Monday, 29 July 2019

मशहूर गायिका व पद्मविभूषण आशा भोसले को 'स्वामीरत्न राष्ट्रीय पुरस्कार , स्वप्निल जोशी और गीतकार श्री. एन. डी. महानोर को 'स्वामीभूषण राज्य स्तरीय पुरस्कार' से नवाज़ा गया।


श्री स्वामी समर्थ अन्नछत्र मंडळ (ट्रस्ट) अक्कलकोट के 32वें स्थापना दिवस और गुरु पूर्णिमा के मौके पर अक्कलकोट नरेश श्रीमंत विजयसिंहराजे भोसले की स्मृति में पहली बार स्वामीरत्न राष्ट्रीय, स्वामीभूषण राज्य स्तरीय और स्वामीसेवक जिला स्तरीय जैसे तीन पुरस्कारों का वितरण समारोह आयोजित किया गया। पहला स्वामीरत्न पुरस्कार पद्मविभूषण आशा भोसले को दिया गया, तो वहीं मराठी सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता स्वप्निल जोशी और वरिष्ठ कवि-गीतकार एन. डी. महानोर को स्वामीभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय स्वामीरत्न पुरस्कार के साथ पांच लाख रुपये, मानपत्र, स्मृति चिह्न, स्वामी के कृपावस्त्र, मूर्ती स्वरूप भी प्रदान किये गये। राज्य स्तरीय स्वामीभूषण पुरस्कार में 1 लाख 25 हज़ार रुपये, मानपत्र, स्मृति चिह्न, स्वामी के कृपावस्त्र, मूर्ती जैसी चीजों का समावेश है। लेखक -फिल्मकार अनुषा श्रीनिवासन अय्यर इनका सन्मान अर्पिताराजे अमोलराजे भोसले इनके हाथो किया गया। पद्मश्री पंडित हृदयनाथ मंगेशकर व राज्य गुप्तचर विभाग के‌ अप्पर महासंचालक अतुलचंद्र कुलकर्णी की अध्यक्षता में व अन्नछत्र मंडल के संस्थापक अध्यक्ष जन्मेजयराजे भोसले, प्रमुख कार्यकारी  अमोलराजे भोसले, ए. सिद्धाराम म्हेत्रे की उपस्थिति में ये पुरस्कार प्रदान किये गये। इस मौके पर व्यासपीठ पर जन्मेजयराजे भोसले, अमोलराजे भोसले, अलका भोसले, अर्पिता भोसले, पूर्व नगराध्यक्षा अनिता खोबरे, अनुषा अय्यर, आरती लिंगायत, कृषिभूषण विश्वासराव कचरे, अण्णा थोरात, बालासाहेब धाबेकर, महेश इंगले संतपराव शिंदे, अभय खोबरे, शामराव मोरे, अभय दिवाणजी, चंद्रकांत कापसे आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर सभी गणमान्य लोगों ने श्री की प्रतिमा का पूजन व दीप प्रज्ज्वलित किया। इस मौके पर अलका भोसले ने आशा भोसले‌ का स्वागत किया।

आशा भोसले ने कहा, "अक्कलकोट नरेश श्रीमंत विजयसिंहराजे भोसले के स्मरणार्थ अक्कलकोट निवासी ब्रह्मांडनायक स्वामीरत्न राष्ट्रीय पुरस्कार मेरे लिए पवित्र और प्रसाद की तरह है। मैं भाग्यशाली हूं कि श्री स्वामी समर्थ के पदस्पर्श से पुनीत हुई इस नगरी में पहली बार कदम रखते ही मुझे इतने भव्य पैमाने पर हुए समारोह में जन्मेजयराजे भोसले द्वारा राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार देकर मुझे सम्मानित किया गया। जन्मेजयराजे भोसले महान कार्य कर रहे हैं और उनका ये धार्मिक कार्य भविष्य में और भी बढ़ता ही जाएगा।" इस तरह ही बातें करते हुए आशा भोसले ने अपने जीवन और अपने द्वारा गाए गये गानों के किस्से भी सुनाए। साथ ही उन्होंने वरिष्ठ कवि महानोर, अभिनेता स्वप्निल जोशी, हृदयनाथ मंगेशकर के कार्यों की भी ख़ूब प्रशंसा की और पुरानी यादों को ताज़ा किया। इसी के साथ ही उन्होंने‌ जीवन के संघर्षों की भी बात की। आशा भोसले ने इंटरव्यू लेनेवाले सुधीर गाडगील द्वारा किये गये सवालों का खुलकर जवाब दिया। इस मौके पर उन्होंने भाव गीत भी गाया।

राज्य स्तरीय पुरस्कारार्थी एन. डी. महानोर ने कहा, "अन्नछत्र मंडल के  अध्यक्ष जन्मेजयराजे भोसले ने ये प्रतिष्ठित पुरस्कार देकर मुझे अपना स्वामी रूपी आशीर्वाद दिया है। श्रीक्षेत्र अक्कलकोट की 'मिट्टी का टिला मेरे खेतों के टिले में घुलमिल जाएगा', ये कहकर मंगेशकर परिवार द्वारा रचित गाने की जानकारी देते हुए उनके द्वारा रची गई कविता का उल्लेख उन्होंने अपने भाषण में किया। मंगेशकर परिवार का योगदान और जन्मेजयराजे भोसले द्वारा दिये गये इस पुरस्कार को मैं कभी भी भुला नहीं पाऊंगा।"

फ़िल्म‌ अभिनेता स्वप्निल जोशी ने इस मौके पर कहा, "अन्नछत्र मंडल के अध्यक्ष जन्मेजयराजे भोसले द्वारा 'स्वामी का पुरस्कार' देकर मुझे सम्मानित किया है, वो मेरे लिए किसी आशीर्वाद से कम नहीं है। मेरे माता-पिता  का कहना है कि ये पुरस्कार स्वामी के प्रसाद के बराबर है। स्वामी की कृपा के चलते ही मैंने जीवन में कामयाबी हासिल की है। सबसे अहम बात ये है कि आशा भोसले जी और वरिष्ठ कवि एन. डी. महानोर जैसी नामचीन हस्तियों के सानिध्य में मुझे भी ये पुरस्कार प्रदान किया गया। आज इस मंच पर मंगेशकर परिवार भी मौजूद है, जिनके द्वारा आज तक स्वरबद्ध किये गये हर गाने का मैं फ़ैन हूं।" 

अब तक 4000 लोगों का इंटरव्यू ले चुके सुधीर गाडगील को इस समारोह के दौरान सचिव शामराव मोरे के हाथों से सम्मानित किया गया। इस मौके पर हिरकणी संस्था की ओर से भी आशा भोसले को सम्मानित किया गया।

गणेश-करे पाटील ने पुरस्कार में मिली 11,000 रुपये की राशि में ख़ुद अपनी तरफ़ से 11,000 रुपये की राशि जोड़कर कुल 22,000 रुपये की नकद राशि अन्नछत्र मंडल को अन्नदान की रकम के तौर पर जन्मेजयराजे भोसले को सुपुर्द की। स्वामीसेवक जिला स्तरीय पुरस्कार गणेश चिवटे (श्रीमरा प्रतिष्ठान, करमाला), गणेश करे-पाटील (यश कल्याणी ग्रामीण सेवाभावी संस्था, करमाला), हिंदुराव गोरे रॉबिनहुड आर्मी के प्रमुख (सोलापुर) अनु व प्रसाद मोहिते प्रार्थना फाउंडेशन (सोलापुर), नानासाहेब कदम बार्शी को पुरस्कार, स्मृति चिह्न, नकद रकम देकर सभी मान्यवरों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के सूत्र संचालन और अन्नछत्र मंडल द्वारा विश्लेषणात्मक इंटरव्यू की ज़िम्मेदारी सुधीर गाडगील को सौंपी गई थी, तो वहीं श्वेता हुल्ले ने इस मौके पर सभी का आभार जताया।

अन्नछत्र मंडल के संस्थापक अध्यक्ष जन्मेजयराजे भोसले ने‌ कहा, "श्री स्वामी समर्थ अन्नछत्र मंडल (ट्रस्ट) अक्कलकोट के 32वें स्थापना दिन और गुरू पूर्णिमा के उत्सवी मौके पर  अक्कलकोट नरेश श्रीमंत विजयसिंहराजे भोसले के स्मरणार्थ पहली बार स्वामीरत्न राष्ट्रीय, स्वामीभूषण राज्य स्तरीय और स्वामीसेवक जिला स्तरीय संबंधित पुरस्कार समारोह में पद्मविभूषण आशा भोसले, मराठी सिनेमा के जाने-माने अभिनेता स्वप्निल जोशी  और वरिष्ठ कवि-गीतकार एन. डी. महानोर जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित करने का अवसर हमें मिला है। हम इस बात को लेकर भी कृत‌ज्ञ हैं कि इस समारोह की अध्यक्षता पद्मश्री पंडित हृदयनाथ मंगेशकर व राज्य गुप्तचर विभाग के अप्पर महासंचालक अतुलचंद्र कुलकर्णी जैसे दिग्गज कर रहे हैं।"

इस मौके पर अन्नछत्र मंडल को आईएसओ मानांकन व आईएसओ प्रमाणपत्र मान्यवरों के हाथों से जन्मेजयराजे भोसले और अमोलराजे भोसले को प्रदान किया गया। इस मौके पर संजय राऊल, लाला राठौड, राजशेखर लिंबीतोटे, अशोक किणीकर, लक्ष्मण पाटील, संतोष भोसले, संदीप फुगे-पाटील, डॉ. हरीश अफज़लपुर, एडवोकेट नितिन हबीब, पी. एन. कलप्पा पुजारी, पी. एन. विजय जाधव, दिलीप सिद्धे, डॉ. अंधारे, डॉ. दामा, भीमराव साठे, शिरीष मावले, प्रवीण देशमुख, राजू नवले, संजय गोंडाल, गणेश भोसले, शीतल फुटाणे, मनोज निकम, सनी सोनटक्के, गोविंदराव शिंदे,  प्रसाद हुल्ले, दत्ता माने, प्रशांत शिंदे, शरद भोसले, राजेंद्र पवार, महांतेश स्वामी, मंडल के कार्यकर्ता, कर्मचारी आदि उपस्थित थे। 

Wednesday, 24 July 2019

सुदेश भोसले : मी कल्याणजी-आनंदजी यांचा ऋणी आहे.


गायक सुदेश भोसले यांनी महान संगीतकार जोडी कल्याणजी-आनंदजी यांच्या अविस्मरणीय गीतांना उजाळा दिला. पद्मश्री आनंदजी भाई यांच्या उपस्तिथीत मुंबईच्या प्रसिद्ध षण्मुखानंद ऑडिटोरियम येथे 'गीतो का कारवान' हा संगीतमय कार्यक्रम रंगला. 

सुदेश भोसले यांनी कल्याणजी-आनंदजींच्या लोकप्रिय धून मधून अपनी तो जैसे तैसे, पल पल दिल के पास, यारी है इमान, सलाम-ए-इश्क मेरी जान, राफ्ता राफ्ता देखो आंख मेरी लडी है, खैके पान बनारसवाला, मेरे अंगने मैं यांसारखी एका पेक्षा एक सरस गाणी गायली. इतकेच नाही तर खुद्द आनंदजी यांनी त्यांना मंचावर साथ दिली आणि त्यांच्या बरोबर गाणी गायली.

 भावुक सुदेश भोसले त्या सुवर्ण काळाची आठवण करत म्हणाले  की, "कल्याणजी-आनंदजी यांचे नेहमीच  माझ्या हृदयात एक खास स्थान आहे. करियरनुसार, मी त्यांचा ऋणी आहे. खूप दिल आहे मला त्यांनी. ते मला नेहमीच वेगवेगळ्या आवाजात गाण्यासाठी प्रोत्साहन करत असतात. त्यांच्याबद्दलची सर्वात चांगली गोष्ट अशी आहे की, चित्रपट जगतात मोठी व्यक्तिमत्त्व असले तरीही, ते नेहमीच विनम्र असतात. आजही, जेव्हा मी आनंदजीच्या घरी भेट देतो तेव्हा ती भेट कोणत्याही औपचारिकतेशिवाय असते, ते नेहमीच मला परिवारातील एका सदस्या प्रमाणे वागणूक देतात. अमितजी (अमिताभ बच्चन) ९० च्या दशकात बरेच सारे थेट कार्यक्रम चालवत असत आणि त्यांचे हे कार्यक्रम कल्याणजी-आनंदजी यांच्या ऑर्केस्ट्रा शिवाय होत नसत. जेव्हा ही अमितजी परफॉर्म करायचे तेव्हा मी कल्याणजी-आनंदजी बरोबर शो मध्ये असायचो आणि हे शो एका कुटुंबीय सहलीप्रमाणे असायचे माझ्यासाठी. येथूनच माझी अमितजी यांच्याशी जवळीक वाढत गेली. आज मला आनंद होतोय की मी आनंदजी यांना त्यांच्यासमोर त्यांना आणि  स्वर्गंयीय कल्याणजी यांना हा ट्रीबुट देतोय."

ह्या कार्यक्रमास आनंदजी ह्यांच्या पत्नी शांता बेन शाह हि उपस्थित होत्या. प्रसिद्ध गायिका साधना सरगम, पामेला चोपडा, मुख्तार शाह, तरनुम मल्लिक आणि वैभव वशिस्त यांनी हि ह्या कार्यक्रमात जादुई संगीतकार जोडीची अनेक हिट गाणी गायिली. 

Tuesday, 16 July 2019

Ullu Launches #MeToo Wolf of Bollywood’s Trailer Vivan Bhathena, Amit Behl, Vibhu Agarwal, Ridheema Tiwari & Other Celebs Grace The Do



Ullu, a popular streaming platform, recently launched its latest offering, #MeToo Wolf of Bollywood, showcasing the tale of an unspoken, unrequited love, and its truth behind the shiny façade luring millions worldwide!

#MeToo Wolf of Bollywood is presented by Ullu, helmed by Producer-Filmmaker-Entrepreneur Vibhu Agarwal, in association with Falguni Shah’s Dreamzz Images Studio and is directed by Deepak Pandey.

A moment that would eventually storm the whole nation, #MeToo Wolf of Bollywood revolves around the protagonist Karan Mathur’s life where he feels the guilt of the sad demise of an unknown starlet named Suvarna Pashte AKA Sana, who kills herself trying to tell Karan about her sexual harassment. His marriage to Avantika Sharma and her family of city’s influential socialites, shatters as he takes it upon himself to avenge Sana’s suicide. However, the big question remains that why would a calculative, sharp investment banker risk his personal and professional life, for a girl who was merely a part of his friends’ group. From a shady producer’s office, where girls perform a striptease show with music for a film role, the series forwards to workshops where astounding physical abuse in art’s name tends to be usual in the realm of theatre. Followed by glamorous parties where there is no dearth of drugs and alcohol, Karan Mathur navigates through it all, determined to catch the wrong-doer risking being caught and jailed, or worse, ending up getting killed by Sana’s perpetrators.



Ullu’s #MeToo Wolf of Bollywood has a stellar cast of Vivan Bhathena of Dangal and Judwaa 2 fame, versatile actor Amit Behl of Lakshya and Shivaay fame, Ridheema Tiwari known for her stint in Do Dil Ek Jaan and Sasural Genda Phool, actor-dancer Ana Ilmi, actor-model Aanaya Bhaanndari, Miss Asia Bikini Gehana Vasisth, Sikander Kharbanda of Kasautii Zindagii Kay fame, veteran Marathi actor Savita Malpekar, Splitsvilla participant Isha Anand Sharma of Kundali Bhagya fame. Besides Vibhu Agarwal, the entire star-cast made their presence felt at the launch.

“After the tremendous response to Halala and Panchali, we are back with #MeToo Wolf of Bollywood. People of today’s era are smart. They have begun to grasp the aspects of content as they try to relate to it. Ullu’s scripts are made in accordance to modern thought processes and the way today’s people interact,” averred Vibhu Agarwal, the man behind the Ullu App.

“People, from small villages and towns, come to the city to try their luck in Bollywood. But, they never reach Bollywood. What #MeToo Wolf of Bollywood portrays is how people are taken advantage of in Bollywood. The show is aptly titled. Vibhuji and I were clear from the very start that we want to empower women. And personally, I stand for and by the #MeToo movement. For me, it is a very important movement and so is this project," added Vivan Bhathena who portrays the protagonist.

Ullu allows its customers to watch a wide variety of web-series, movies and exclusive Ullu shows. Be it drama, horror, suspense, thriller or comedy, Ullu has it all! Allowing the users to access great original and syndicated content, round the clock and wherever they may be located, Ullu’s exclusive content library comprises of original web-series and features, short films, multi-lingual content, songs et al. Letting its users to download their video content to experience on-the-go without an internet connection, the Ullu application is available on iOS on the App Store and Android on the Google Play Store.

Wednesday, 10 July 2019

Anupriya Goenka’s Unprofessional Behaviour Irks Ullu, Producer Pays For Her Non Co-operation

Actor Anupriya Goenka’s unprofessional behaviour has made her producers Dreamzz Images and Ullu pay dearly in the case of the web series, Panchali, as she refused to allocate a predetermined time for promotional activities for the media, thereby failing the contract clause for Panchali, produced by Ullu.

Panchali, based on an age-old tradition in which multiple men in the house are married to one wife, is a prevalent practice of some areas in India. While one could blame the social and economic reasons for this backward tradition to survive in today’s age and time, Ullu’s Panchali is a very unique story of a very distinct woman. A woman who chose her path on her own decree. Going ahead to commence a peaceful, yet offbeat family household with four husbands and a child is never an easy task. It is often unheard of!

Actor Anupriya Goenka shot to fame with an e-commerce store advertisement where she portrayed a lesbian. It is touted to be the first ever lesbian commercial, following which she went on to star in Padmaavat. Informing Anupriya’s management on the non-release of her payment on the grounds of not promoting Panchali on her social media, an Ullu spokesperson averred, “An actor has to promote a film before the time of release and has to stay put on the promotion till the initial period of the project going online. She has not been supportive to promote this film even for one instance."


Due to this unprofessional behavior by Anupriya, the OTT platform had to delay Panchali's release a number of times causing constant rescheduling and postponement.”

Her management had time and again promised on Anupriya’s committment on promoting, but after the third time, Ullu realized its ill-effect on their revenue stream. They sent a letter to the production house and the production house in turn approached CINTAA. After offering to promote the show but not the OTT, which the makers consented to, Anupriya Goenka went back on her words.

Falguni Shah of Dreamzz Images averred, “I being, a producer, have done more than everything which was in my control. But Anupriya Goenka, is not fulfilling her duties as an artiste or as a professional. As this conversation was happening between us and her manager, I even mailed the detailed conversation to Anupriya personally but till date I did not get any revert from her.”

When contacted Amit Behl, Sr. Joint Secretary, CINTAA’s Jt. Dispute Committee, said, “Yes, the producers did come to us. We asked them to approach the association. They did and got in touch with us. We wanted to have a joint meeting of the actor, the producer and the OTT platform CEO, but it is rather unfortunate that Anupriya Goenka has still not given a time for the meeting.”

Producer-Filmmaker-Entrepreneur Vibhu Agarwal and the man behind the Ullu app added, “We waited long for this and then finally released the show. The channel won't be releasing the part payment for this project to the production house due to the actor’s unprofessional behaviour.”

Panchali, a fairytale set against the real world of greed, jealousy and violence, is all set for an international release with Ullu, Allowing the users to access great original and syndicated content, round the clock and wherever they may be located, Ullu’s exclusive content library comprises of original features, shorts and documentaries, multi-lingual content, songs, audio listings et al. Letting its users to download their video content to experience on-the-go without an internet connection, the Ullu application is available on iOS on the App Store and Android on the Google Play Store.

Monday, 8 July 2019

Daler Mehndi-Usmaan Khan catch up over dinner, get musical!



Daler Mehndi visited actor-composer  Usmaan Khan's home foe a sumptuous dinner. Daler Mehndi rendered his vocals to Usmaan Khan's musical foray as composer with  Gabru Gang, an interesting film by director Sameer Khan on  kite-flying, a sport that is not acknowledged as a sport. A heartwarming story of hi-flying lads from Punjab to whom kite-flying is their life, 
Says he, "I could think of no one except Daler paji. And he has done full justice to the song. I am very thankful to director Sameer Khan for his faith in me."
Daler Mehndi returns the compliment, stating it was the power of the composition of Usmaan Khan and the lyrics by Sameer Anjaan that helped him infuse life into it. "It is a beautiful composition by a beautiful person. Hats off to Usmaan Khan!"
Gabru Gang is produced by Ashok Goenka and Arti Puri under the banner Om Suraj Films and  Amritsar Talkies.

Saturday, 6 July 2019

Proud Audiologist-Speech Therapist Devangi Dalal with student Sagar Patil who was felicitatedat the Bharat Prerna Awards and Shoorveer Awards held recently at Bombay Stock Exchange!

Thursday, 4 July 2019

जोश फौंडेशन के परफ़ॉर्मन्स से हुए दर्शक भावुक।

 

बॉम्बे वेस्ट के रोटरी क्लब द्वारा आयोजित धडकन कार्यक्रम  विकलांगता के आसपास की रूढ़िवादी बाधाओं को तोड़ने में सक्षम है। विभिन्न संस्थानों से  400 से अधिक बच्चों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। मुकेश पटेल ऑडिटोरियम में आयोजित टैलेंट हंट और फैशन शो में 100 से अधिक बच्चों ने भी प्रस्तुति दी। डॉ। जयंत गांधी और ऑडियोलॉजिस्ट-स्पीच थेरेपिस्ट देवांगी दलाल के नेतृत्व में JOSH फाउंडेशन  के बच्चों ने भी पुलवामा हमले के पीड़ितों के लिए एक भावनात्मक श्रद्धांजलि के साथ प्रदर्शन में भाग लिया। 

   देवांगी दलाल ने कहा, "हम लोगों को यह बताना चाहते हैं कि ये बच्चे असहाय नहीं हैं, उनकी शारीरिक स्थिति उनके सपनों को पूरा करने के लिए कोई समस्या नहीं है!" अंत में, इन विशेष बच्चों के चेहरे पर खुशी और हंसी हमें समाज की 'अक्षम' भ्रांतियों की परिभाषा के बारे में सवाल पूछती है।

Monday, 1 July 2019

More Accolades for Saare Sapne Apne Hain


Having won a standing ovation at Entr’2 Marches, Cannes, Saare Sapne Apne Hain has traveled the world over to over 60 distinguished film festivals worldwide, winning appreciation and accolades and winning over hearts wherever it went. And recently, Vedant won the Best Child Actor Award, Filmmaker Anusha Srinivasan Iyer won the Best Woman Director Award, while Saare Sapne Apne Hain won the Best Short Film Award at the Cotton City International Awards held at PL Deshpande Auditorium, Ravindra Natya Mandir, Prabhadevi.

Saare Sapne Apne Hain is about the journey of a mute boy Raju who works in a tea-stall as a helper boy and uses his tip to feed a poor, little child over his own dreams. After all, he has already lived the world is in his dreams!